आओ कोई बहाना ढूंढे
जश्न मना ले आज की शाम
या फिर लिख दे इन लम्हों में
सूरज चाँद तुम्हारे नाम
कल इसी लम्हा
हम जाने कैसे किस हाल में हो
कौन भुला दे कौन पुकारे
किन शहरों के जल में हो
दिल पे लिख लो इनका नाम
या फिर लिख दो इन लम्हों में
सूरज चाँद तुम्हारे नाम ।
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